अगली सुबह हिती को होश आया वो शून्यभाव से अपने पास गीता और सूरज की तरफ देख रही थी,,,। " मां,,,, मेरा बच्चा ठीक है ना,,,,, !!! काफी देर की चुप्पी के बाद हिती ने अपने मुंह से यह बात निकाली । हिती की बात सुनकर सभी एक-दूसरे का चेहरा देखने लगे किसी की कुछ बोलने की हिम्मत नही हुई काफी देर तक जवाब ना मिलने पर हिती ने असमंजस से सभी के परेशानी भरे चेहरे की तरफ देखा । " बोलिये भी अब,,आप मे से कोई मेरे सवालो की जवाब क्यों नहीं दे रहा है मैं कुछ पूछ रही