कामवाली बाई--भाग(७)

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मुरारी को रोता देखकर कावेरी के आँसू भी छलक पड़े,उसे आज महसूस हुआ कि उसके बेटे ने अपने सीने में इतना बड़ा दर्द छुपा रखा था,उसकी बात सुनकर कावेरी बोली.... बेटा!गौरी की सौतेली माँ बहुत ही खतरनाक औरत है,हम उससे नहीं लड़ सकते,हमारे पास ना तो इतना पैसा और ना ही इतनी शक्तियांँ, लेकिन तब भी मैं गौरी की मौत का बदला लेकर रहूँगा,मुरारी बोला।। नहीं बेटा!तू अकेला उन सबसे नहीं जीत पाएगा,कावेरी बोली।। इसलिए तो मुझे तुमलोगों का साथ चाहिए,मुरारी बोला।। मैं कोशिश करूँगीं तेरा साथ देने की ,कावेरी बोली, अपने माँ के ये शब्दसुनकर मुरारी को बहुत तसल्ली