"सचमुच में, इश्क में जलती बड़ा जुर्माना। कौन कहता है की मैं जल्दबाजी कर रहा हूं? क्या मैं नही हूं वोह जो सबसे ज्यादा धैर्य बनाए हुए हूं?" कबीर ने खुद से कहा। उसका दिल कह रहा था की वोह जो भी कर रहा है उस से कुछ तोह फर्क पड़ रहा है। शायद अमायरा हां करने में कुछ और समय ले लेकिन वोह ना नही करेगी, ऐसा यकीन होने लगा था कबीर को। यह सोच कर ही कबीर मुस्कुरा पड़ा। और अचानक ही कबीर बेसब्र होने लगा, उसे बाहों में समेटने के लिए, उसे किस करने के लिए, उसे