केतकी की सहेलियों का अभय से हंसी मजाक चल रहा था । हंसी मजाक नोंक झोंक में बदली हो गया । दामिनी से केतकी उलझ पड़ी । पर दामिनी ने केतकी से उलझना ठीक नही समझा , उसे जबाब देने की बजाय वहां से चले जाना ठीक समझा । दामिनी वहां से निकल कर बाहर आगयी । अपने ड्राईवर को इशारे से बुलाया, ड्राईवर तुरंत आ गया । दामिनी गाड़ी में बैठती हुई बोली ..घर चलो.. ड्राईवर ने ओके मेम .. गाड़ी घर की ओर चल पड़ी दामिनी अब भी शांत होकर बैठी हुई थी । उसके दिमाग मे क्या