अमायरा धीरे से कबीर की गोद में बैठ गई और कबीर तोह बस हैरान रह गया। उसने उसका चेहरा अपने हाथों में भरा और धीरे धीरे अपनी उंगलियों से उसके गाल सहलाने लगी। ऐसा कुछ जो कबीर ने कभी एक्सपेक्ट नही किया था, इतनी जल्दी तोह बिलकुल नही। "काम इंतज़ार कर सकता है। आप यह सब काम कल भी खतम कर सकते हैं।" अमायरा ने फुसफुसाते हुए प्यार भरी आवाज़ में कहा। "क.....कल तोह फ्राइडे है। मैं तुम्हारे साथ दिया हुआ टाइम वेस्ट नही कर सकता।" कबीर ने ईमानदारी से कहा और अमायरा भावविह्वल हो गई। कबीर आज पूरा दिन