कबीर अपने बैड की तरफ बढ़ा ही था की अमायरा की आवाज़ ने उसे रोक दिया। "मिस्टर मैहरा।""येस मिसिस मैहरा।" कबीर थोड़ा मुस्कुराया और इंतजार करने लगा की अमायरा क्या कहने वाली है। "उह्ह्हह...... हैप्पी वैलेंटाइन्स डे।" अमायरा ने कबीर की आंखों में देख कर कहा और कबीर मुस्कुराने लगा। अमायरा ने फूलों के गुलदस्ते से एक फूल निकाल कर कबीर को दिया। "आपके लिए," अमायरा ने कहा और कबीर ने एक्सेप्ट कर लिया। "थैंक यू," कबीर की मुस्कुराहट बड़ी हो गई थी। "आई एम सॉरी। मैं आपके लिए कुछ नही ला पाई।" अमायरा एक्सक्यूज़ देने की कोशिश कर रही