अगली सुबह जब अमायरा सो के उठी तोह उसे किसी की नज़रे अपने ऊपर महसूस हुई। और उन नज़रों में बहुत सारा प्यार, शिद्दत और जुनून नज़र आ रहा था। और एक बार को वोह उन पर यकीन करना चाहती थी। अपने आप पर यकीन करना चाहती थी। यकीन करना चाहती थी की वोह भी खुश रह सकती है जिंदगी भर, की उसे भी प्यार मिल सकता है, किसी का साथ मिल सकता है, जिसकी कभी उसे चाहत थी लेकिन वक्त के साथ उसने गिव अप कर दिया था। की अगर वोह उनका प्यार चुनती है तोह क्या उनकी दोस्ती