विकी और सूझी ऐसे ही बात कर रहे थे तभी विकी के डेड कहते है... ।धर्मानंद: विक्रम...! !? ।विकी: ( डेड की ओर देखते हुए ) जी!? ।धर्मानंद: ( अंगूठी देते हुए ) अंगूठी...! ( उसकी ओर सुजेन की रिंग का बॉक्स देते हुए ) ।विकी: जी! । सूझी: ( धीरे से ) क्या बात है भाई शादी से पहले ही बिल्ली इतनी शांत हो गई ।विकी: ( मजाकिया लहजे में ) अच्छा! और तुमने ये गलतफहमी कब से पालनी शुरू कर दी... और तुम अपना सोचो... क्या हाल करूंगा तुम्हारा बच्चू...।सूझी: ( चुनौती देते हुए ) देखते है.... ।