दर्द ए इश्क - 20

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तान्या और रेहान मानो अभी भी शोक में जहां थे वहीं खड़े थे। तान्या के हाथ तो मानो ठंडे पड़ गए थे। उसे अभी भी यकीन नहीं आ रहा था की विकी ऐसा कर सकता है। अभी भी उसके दिमाग में विकी की बातें दोहरा रही थी। तभी रेहान कहता है ।रेहान: स.... ( खुद को संभालते हुए ) तान्या... तुमने वहीं सुना जो मैने अभी सुना... ।तान्या: ( सिर को हां में हिलाते हुए सोफे पर बैठ जाती हैं। ) सारी मेहनत बरबाद होते हुए दिख रही है मुझे । ( सिर को पकड़ते हुए ) ।रेहान: ( सोफे