में और मेरे अहसास - 58

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यादों के पन्नों में हिसाब लिखे हैं lवादों के पन्नों में सैलाब लिखे हैं ll बहोत निकले मेरे अरमान लेकिन.. lग़ालिब ने शेर लाजवाब लिखे थे ll   ******************************* खुशी से गुनगुनाता हैं ये हसीन मौसम lप्यारा गीत सुनाता हैं ये हसीन मौसम ll बारिस की रिमझिम बूँदों की रागिनी lराग मल्हार गाता हैं ये हसीन मौसम ll महफिल में मुसलसल ग़ज़ल चल रहीं हैं lशमा नशीला बनाता हैं ये हसीन मौसम ll कभी जो ख्वाबों में देखा करते थे lचैन-सुकूं लाता हैं ये हसीन मौसम ll अजीब सी खुमारी छाई है फ़िजा में lगुलाबी कहलाता हैं ये हसीन मौसम