युद्ध का रण - 4

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अब तक आपने जाना की कैलाश भुजंग की सेना को युद्ध लड़ने के लिए तैयार करने के लिए संदेश भिज्वाया अब आगेमहाराज भुजंग : आज तो उस साम राज्य को खतम कर के ही वापस लौटेंगेकैलाश : हा महाराज जी क्यू नही अवश्य जीत हमारी होगी देखना आपसेना का सेवक : जी महाराज आप निचिन्त रहिये जीत हमारी ही होगीश्री नारद मुनी जी : नारायण नारायणमहाराज भुजंग : प्रणाम मुनिवर जी आप यहा कैसे सब ठीक तो हैश्री नारद मुनी जी : प्रणाम महराज भुजंग और बाकी महल वासियो को. तो मे हम ये कह रहे थे की मे तो