युद्ध का रण - 3

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सेना के सेवक मणिक : सावधान रहे महल से कैलाश जी पधार रहे है. संदेश ले कर कृपया ध्यान दिजीये.कैलाश : महल से महाराज भुजंग ने संदेश भेजा है की हमे देव गढ सालू के राजा से युद्ध लड़ कर हमे वो सिंहासन हासिल कर ना है. और फतेह करनी है.सेना के सेवक मणिक : तो सुना आप लोगो ने महाराज का आदेश है की हमे देव गढ सालू मे जाकर उस राज्य को हड़प ना है.सेना : हा हा हम तैयार है हा हा हम तैयार हैसेना के सेवक मणिक : कैलाश जी आप अब निचिन्त हो कर जाईये