मायाअपने बच्चों को आवाज देकर अपने पास बुलाने का प्रयास करती।लेकिन बच्चे उसकी आवाज सुनकर भी अनसुना कर देते।और बच्चों के लगातार ऐसा करने पर एक दिन वह घर से बाहर निकल कर बच्चों के पास जा पहुंची।"मै तुम्हारी माँ हूँ।"माया की बात सुनकर बच्चे चुप रहे।तब वह बच्चों से बोली,"तुम्हारा मन नही करता अपनी मां से बात करने का?"" हमारी मां तो मर गयी।""किसने कहा तुम से?"बच्चों की बात सुनकर माया बोली थी।"हमारे पापा ने""बेटा यह झूंठ है।तुम्हारी माँ मरी नही है।मै ही तुम्हारी माँ हूँ।""ऐसी माँ से तो हम बिना माँ के ही अच्छे है।"अपने बच्चों का जवाब