भक्ति माधुर्य - 9 - अंतिम भाग

  • 4.4k
  • 1.7k

9 ऐक अंगेज पुलिस आफिसर को उपदेश,रमण महर्षि 2महर्षि अनेक वर्षों से विरूपाक्ष गुफा में ध्यान में लीन थे | एक दिन एक अंग्रेज पुलिस ऑफिसर को महर्षि मुंबई रेलवे स्टेशन पर दिखाई दिए | वह आश्चर्य ही कर रहा था कि उसका ट्रान्सफर थिरुवान्नामलाई के समीप हो गया | वह तंत्र मंत्र का साधक था | उसे संस्कृत पढ़ाने एक विद्वान् पंडित गणपत मुनि आया करते थे | उसे सपने में ऐक साधू किसी गुफा में ध्यानमग्न बैठे दिखाई देते थे | उसने उस साधू व गुफा का चित्र बनाकर अपने गुरु को बताया | गणपत मुनि ने कहा,