उनकी कॉल का इंतजार करके थक जाने के बाद मैं जाकर सो जाता हूं। और सोचता हूं। की क्या सही है और क्या गलत हे इसका निर्णय कौन कर सकता है। फिर कुछ दिन उनकी कॉल का इंतजार और जैसे तैसे फिर दिन बीते। एक दिन मैंने कॉल किया। लेकिन उन्होंने उठाया ही नही। मैसेज उसका भी कोई उत्तर नही। कभी कभी उनका रूठना और हमारा मनाना भी रहना चाहिए नही तो कली को सूखने में देर नहीं लगेगा। इसलिए उनका ख्याल रखो जो कभी आपको देखकर मुस्कुराते हो। बस यही प्यार है। आज कल वक्त कुछ देर से अपनी