अपनी माँ की तस्वीर देखकर राज वहां हैरत में था तभी वहां पंडित राजाराम वहां आजाते हैं और राज से कहते हैं,जिस हैरानी से अपनी माँ की तस्वीर देख रहे हो वो मेरी बहन है।यह सुनकर राज और अजय पीछे की तरफ घूम जाते हैं जिस ओर से आवाज आई और देखते हैं उनके सामने एक आदमी जो साधा कपड़े पहने और कंधे पर गमछा डाले हुऐ था जोकि पंडित राजाराम है।राज राजाराम को देखता है और कहता है, क्या कहा आपने।राजाराम राज और अजय से पहले बैठने के लिऐ बोलता है और खुद भी उनके सामने एक चेयर पर बैठ