कल आना....नाले बा.. सुनसान सड़क पे एक बस आकर रुकती है....उसमे एक लड़की सवार होती है।सीट पर बैठकर वो अपने बैग से एक चोटी निकालती है...और वो चोटी...उसको बालों में जुड़ जाती है। मनु दांतो में उंगली दबाए देख रहा है...कोतूहल से उसकी आंखे चौड़ी हो गई है....तभी पीछे से उसके कंधे पे कोई हाथ रखता है।वो तेज़ी से चौंक जाता है... अबे ,क्या ये फालतू फिल्में देखता रहता है। ओ स्त्री,कल आना... यहीं सब देखने की वजह से तू इतना डरपोक हो गया है।देखना ही है तो हॉलीवुड कि साइंस फिक्शन मूवीज देखा कर।क्या कमाल के आईडिया होते है,उसमे. ....राहुल