प्यार ऐसा भी--(भाग-3)ऐसा नहीं था कि मैंने पहले कभी किसी लड़की से बात नहीं की थी, और मैं बिल्कुल सीधा था। इस आभासी दुनिया में मेरी कई महिला मित्र थी। जिनके साथ मेरा थोड़ा बहुत फ्लर्ट और प्यारी सी नोकझोंक चलती रहती थी । मैं दिखने में हैंडसम तो था ही,थोड़ा केयरिंग नेचर होने से लड़कियाँ जल्दी अपना मान भी लेती थी। इतना ही नहीं अपनी पर्सनल बातें और अपनी इच्छाओं को खुल कर कह देती । मैंने कभी किसी को उकसाया तो नहीं था पर कई बार आपसी रजामंदी और प्रयोग के नाम पर संबंध बना चुका था। ज्योति से बात करने