बंद है सिमसिम - 12 - श ..श ...श आपके घर में कोई है

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इलाज के बाद मैं ठीक हो गई।उम्र बढ़ने के साथ ही भूत- प्रेतों का डर पीछे छूटता गया ।अब मैं घर में अकेले रह लेती थी । मुझे डर नहीं लगता था,यह तो नहीं कह सकती ,पर अब पहले वाली बात नहीं थी।उसके बाद कभी -कभार ही ऐसी स्थिति आई कि मैं डरी। पर अक्सर ऐसा होता था कि रात को सपने में लगता कि कोई भारी बोझ मेरे ऊपर लदा जा रहा है।मेरी सांसें अवरूद्ध होने लगतीं ।तब उसी सुषुप्तावस्था में ही मैं हनुमान -चालीसा पढ़ने लगती।तब जाकर वह बोझ मेरे शरीर से उतरता।सुबह होते ही मैं इस बात