बंद है सिमसिम - 5 - वो डायन नहीं थीं

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बड़े मामा ने बताया कि अब वे जिन्न बन चुके हैं और ओझा और बड़े नाना उनकी सेवा- टहल करते हैं तो मेरे नाना -नानी भोंकार पार कर रो पड़े।जिस बेटे के जवान होने पर उसकी शादी करने का उनका सपना था।जिसके बच्चों को गोद में खिलाने का अरमान था,वह अब किसी तीसरी दुनिया का वासी बन गया था।बड़े नाना के थोड़े से लालच ने यह कैसा अनर्थ कर दिया? उन्हें रोते देख मामा बच्चों की तरह मचले--बाउजी सबको जिलेबी खिलाते हैं हमारी जिलेबी कहाँ है? नाना रोते- रोते बोले--अभी लेकर आता हूँ बेटा भरपेट खा लेना। नाना उठने को