घटना मेरी माँ के साथ घटी थी।मेरे पिताजी उन दिनों नागपुर में काम करते थे।माँ की नई शादी हुई थी ।वे उत्तर -प्रदेश के एक छोटे कस्बे की थीं और मात्र आठवीं पास थीं।बोलचाल की भाषा भी भोजपुरी थी।वे अपने रिश्ते के एक भाई को भी अपने साथ नागपुर ले गईं थीं ताकि उस अजनबी शहर में उनका मन लगा रहे। भाई की उम्र दस साल थी।माँ को उससे बहुत लगाव था।पिताजी दिन -भर काम पर रहते पर भाई माँ के साथ हमेशा रहता।माँ को अपने पास पड़ोसियों के घर जाना होता तो उसे भी अपने साथ ले जातीं।नागपुर की