यादों में बसाना है अकेले अकेले l तुझ से मिलना है अकेले अकेले ll खुले आसमाँ मे आज उड़ना है l गले से लगाना है अकेले अकेले ll ********************************* जो एहसास लिख नहीं पाए l वो अनकहे लब्ज समज जाए ll काश मिलन की तडप यू बढ़े l बिना बुलाए पास दौड़ आए ll काफी देरसे कौआ बोल रहा है l काश कासिद उनका संदेशा लाए ll इसी लम्हे के इंतजार में जीते हैं l वो राहों मे खड़े हो बाहें फैलाए ll हर दिन खुशगवार बन जाए ग़र l आज