धारा - 23

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कुछ दिनों तक सब कुछ सामान्य रहा ! मगर धारा के लियर नही !! धारा जितना सबसे लड़ने की कोशिश करती, उतना ही अंदर ही अंदर घुटने लगती !! करती भी क्या..?? कोई तो हो, जिसके साथ वो अपना सुख दुःख बांट सके !! मिताली से वो सब कहती, मगर पूरी तरह नही ! बल्कि घुमा फिराकर !!यूँ तो मिताली जान थी धारा की ! मगर मिताली की एक कमज़ोरी थी, ज़ुबान की थोड़ी कच्ची होना !! इसलिए धारा चाहकर भी उसे सब नही बता पाती थी !!धारा ने प्रोफेसर के बारे में मिताली को बताया मगर उस इंसान के