दुनिया कितनी छोटी है। पहचाने हुए रास्ते...सब लोग कहीं तो मिलेंगे, कभी तो मिलेंगे! आगोश की मम्मी ने बेटा खोया था। और आज उन्हें बेटे का दोस्त मनन दामाद के रूप में मिल गया। उनकी लखनऊ वाली बहन की बेटी मान्या शादी करके जब जयपुर आई तो मनन की ही दुल्हन बन कर। और सच पूछो तो शादी करके आई भी कहां, उसकी तो शादी भी यहीं से हुई। डॉक्टर साहब के बंगले से! मान्या के माता- पिता को बड़ा आराम रहा। उनका दामाद बारात लेकर जिस बंगले में आया वो तो उसका बचपन से देखा - भाला, अपने दोस्त