टापुओं पर पिकनिक - 58

  • 5.1k
  • 1.7k

आगोश का कोर्स जल्दी ही अब पूरा होने वाला था। तेन भी अब वापस अपने देश जापान लौट जाने की तैयारी करने लगा था। उन दोनों के बीच अब घनिष्ठ यारी हो गई थी। दिल्ली के इन दिनों के साथ ने उन दोनों को ही बहुत कुछ दिया था। दोनों की दुनिया ही बदल दी थी। सच में, जीवन में जब आदमी ये तय कर लेता है कि उसे क्या करना है तो एक सुकून सा मिलता है। जीवन की एक दिशा तो तय हो ही जाती है फ़िर चाहे उसमें कितने ही उतार - चढ़ाव आते रहें। अब पर्यटन