जीवन ऊट पटाँगा - 14 - जीवन की डेटा एन्ट्री - अंतिम भाग

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अंतिम एपीसोड - 14 जीवन की डेटा एन्ट्री नीलम कुलश्रेष्ठ श्री देसाई ने अपनी नजरें इधर-उधर घुमाकर इस ऑफ़िस का मुआयना किया । शहर के सबसे बड़े पॉश इलाके में ये स्थित था । इन्होंने आज ही अखबार में आधे पृष्ठ का रंगीन विज्ञापन देखा था । ऐसा विज्ञापन देना कोई रंगीन मज़ाक नहीं था । डेल्टा इंफोसिस प्रा.लि. का नाम इस विज्ञापन में देखकर बंगलौर की एक ही कंपनी याद आती थी । ‘इंफोसिस’ यानि सोफ़्टवेयर यानि करोड़ों रुपये । उसकी बारीकियाँ पढ़कर उन्होंने चैन की साँस ली चलो अश्विन का कहीं तो ठिकाना हो सकता है । नौकरियाँ