गुम हूं तुम्हारे इश्क़ में - ( भाग - 4 )

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मौसम बरसात का था , हल्की - हल्की बारिश शुरू हो चुकी थी , जिसकी वजह से फर्श काफी गीला था । अनुमेहा और सुधा अपनी बातों में मग्न चली जा रही थी और तभी तुलसी चौरे के पास , अनुमेहा एक व्यक्ति से इतनी जोर से टकराई , कि उसने दर्द से अपना कंधा पकड़ लिया और उस बेचारे व्यक्ति की तो हालत और भी खराब , बेचारा अनूमेहा से टकराया और फिर खुद संभल नहीं पाया और......, और वह फर्श में पड़े पानी की वजह से वही पर फिसलकर गिर गया । और बेचारे ने अपना सिर पकड़