...होना चोरी कवि-प्रिया की कार का यशवंत कोठारी कवि-प्रिया की कार जो थी वो चोरी हो गयी.कवि प्रिया रूठ गयी.कवि घबरा गया ,लेकिन कवि प्रिया की प्रिय कार ढूँढ कर लाना कोई आसान काम नहीं था. हुआ यों की हास्यास्पद रस के प्रसिद्द कवि ने चार चुटकलों की मदद से कवि सम्मेलनों से करोड़ों कूट लिए थे.कविता की दलाली में इतना पैसा है यह कवि को इस दलदल में आकर ही पता चला.उसने नौकरी छोड़ी ,छोकरी पकड़ी ,उसे मंच के लटके झटके सिखाए ,चार चुटकले पकड़ाये खुद को कवि प्रिया का मालिक घोषित किया सुरीला कंठ ,देह दर्शन की सुविधा