टापुओं पर पिकनिक - 21

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साजिद के साथ पढ़ने वाली मनप्रीत कुछ बेचैन थी। न तो उन लड़कों ने उसे फ़ोन ही किया था और न ही उससे मिले। शायद उन्होंने लड़की की बात को गंभीरता से नहीं लिया। मनप्रीत को लगा कि उन लड़कों ने साजिद से कोई बात ही नहीं की होगी। उसे आर्यन पर थोड़ी झुंझलाहट भी हो रही थी कि वैसे तो साजिद का पक्का दोस्त बनता है और अब उसकी मुसीबत में उसकी सुध- बुध भी नहीं ली।ख़ैर, जाने दो। शायद लड़कों की दोस्ती ऐसी ही होती है। अच्छे दिनों में दोस्त, बुरे दिनों में अजनबी! मनप्रीत ने अपनी एक