मुझसे दोस्ती करोगे - भाग 7

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रात को मल्होत्रा और अनिल उसी जगह पहुंचे तो मल्होत्रा ने झुग्गी की ओर इशारा करके कहा "चलो आज इस बला का काम ही खत्म कर देता हूं" l अनिल भी कहीं ना कहीं समझ गया था कि साहब क्या करने वाले हैं l दोनों झाड़ियों में बनी इस झुग्गी की ओर चले गए, चारों ओर अंधेरा और सन्नाटा था जो मल्होत्रा के इरादों को और मजबूत कर रहा था lदोनों उस झुग्गी में पहुंचे तो मारे बदबू के उनसे खड़ा ना हुआ गया, दोनों ने अपना रुमाल निकालकर अपनी नाक पे लगा लिया l मल्होत्रा ने अपना मोबाइल निकाल