अध्याय पॉंच कर्म- संन्यास मार्ग अनुभव— आपने पहले दो मार्गों की चर्चा की दादी जी, अधिकांश लोगों के लिए कौन सा मार्ग अच्छा है ?आत्म-ज्ञान का या नि: स्वार्थ सेवा का ? दादी जी— वह व्यक्ति, जिसे परमात्मा का सही ज्ञान होता है, जानता है कि सारे कार्य प्रकृति मॉं की शक्ति से किये जाते है और वह किसी कार्य का वास्तविक कर्ता नहीं है