ऋषि कॉलेज की छत पर एक कोने में बैठा अपनी बचपन की बाते याद करने लगता है। जहाँ वो 9 साल का होता है और अपने घर के बाहर श्याम को अंधेरे में बैठा बैठा रो रहा होता है तभी उसके पास एक लड़की आती हैं। जो उससे एक साल बड़ी ही होती हैं। उसने सादे कपड़े पहन रखे थे, वो ऋषि के आगे बैठती हैं और ऋषि से पूछती है, क्या हुआ तुम रो क्यों रहे हो ऋषि कुछ नही बोलता है वो लड़की फिर कहती है - चलो कोई नही , मत बताओ । पर अपने घर जाओ