कोरोना प्यार है - 13

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(13)‌‌‌‌‌ "सरल काम मुझे भी पसंद भी नहीं है। वैसे रेखा तुम्हें बाॅक्सींग ग्लब्स पहनकर वार करने की क्या जरूरत। तुम अगर जी भर सामने वाले को देख भी लो न तो बेचारा ऐसे ही घायल हो जाये।" अभिनव बोला। "मिस्टर मजनू! काम की बात बोलो। इतनी रात को क्यों फोन किया है। फालतू बातों के लिए मेरे पास वक्त नहीं है।" रेखा बोली। "मेरे लिये तो यही सबसे काम की चीज़ है।" अभिनव बोला। "क्यों बेमौत मरने को उतावले हुये जा रहे हो।" रेखा ने कहा। "हाय! इतनी हसीन मौत मिले तो साला कौन कम्बख्त जीना चाहता है।" अभिनव