अब आगे …….. विजय के घर से निकल कर देवेंद्र जी रास्ते पर ही बैठ गए । उसके बाद पॉकेट से मोबाइल को निकाल कुछ नम्बर को डायल किया । कॉल रिसीव होते ही उधर से उत्तर सुने बिना ही देवेंद्र जी बोले – " हैल्लो महेश जी बोल रहे हैं । " " हाँ आप कौन ? " " मैं हूँ देवेंद्र सिंह । " " जी कौन देवेंद्र ? " " देवेंद्र सिंह , ऑफिसर ऑफ इंवेस्टिगेशन एजेंसी , डिपार्टमेंट ऑफ मर्डर मिस्ट्री बैच नम्बर 45 , अब पहचाने ।" उधर से अब उत्तर आया – " ओ