अब तक आपने पढ़ा आशीष अपने साथ उस जंगल में हुए घटना के बारे में बता रहा है ..... अब आगे... आशीष ने एक गिलास पानी पिया और फिर से बोलना शुरू किया - " दिन था बुधवार , बलरामपुर स्टेशन उतर कर वहां से गाड़ी पकड़ हम पहुंचे विवेक के चाचा के घर , पहले से ही खाने पीने का इंतजाम था इसीलिए दोपहर तक भोजन करके हम लोग निकल पड़े I विवेक में अपने चाचा - चाची से बताया कि हम लोग आसपास घूमने जा रहे हैं पर हम लोगों को जाना था बैरिया के जंगल में