तुम मुझे इत्ता भी नहीं कह पाये? भाग - 4

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ऐसे ही कई दिन गुज़र गए. किसी वजह से एक मंडे की एक्स्ट्रा छुट्टी के बाद राहुल अगले ट्यूसडे को स्कूल पहुंचा. रीसेस तक सब कुछ रूटीन चला. पर रीसेस के बाद उसे एक सरप्राइज़ मिलने वाला था. पर यह सरप्राइज़ उसके लिए अच्छा साबित होगा या बुरा? यह तो नियति तै करने वाली थी. रीसेस ख़त्म कर उसके सारे दोस्त आज पहले ही क्लास में एन्टर हो चुके थे और वह लास्ट में रह गया था. जैसे ही वह जरा देरी से क्लास में पहुंचा, वह दरवाज़े में ही ठिठक कर रह गया. नयी मेडम क्लास में खड़ी थीं!