एक दिन की बात थी जब में बाजार में सामान खरीदने गया था | तब वोभि वहां सामान खरीदने ही आई थी तो वही पर उस से मेरी पहली मुलाक़ात हुई मुलाकात भी थोड़ी है अलग से थी लेकिन वोतो दुकान वाले को जबरदस्त डांट रही थी वह भी कुछ पैसो के लिए मैं-( मन में सोचते हुए ) अरे यह तो अपने जैसी है एकदम सेम टू सेम इसके साथ तो खूब जमने वाली है तेरी सपना देखते हुए - वह हाथ में चाकू नहीं कर शर्ट के अंदर गांठ लगाकर एक रुमाल गर्दन में डाल कर दुकानदार से