(प्रस्तावना) खुदाने कुछ तस्वीर और तक़दीर ऐसी बनाई है कि एक दूसरे से जुड़ी हुई हैं।कुछ रिश्ते ऐसे बन जाते है कि एक दूसरे से दूर रहना मुश्किल बन जाता है, कुछ रिश्ते ऐसे भी होते है जैसे धरा और गगनकी भाती। एक दूसरे से दूर होने के बावजूद मिलनका अहेसास कराती है।बस,इसी तरह का एक रिश्ता बन जाता है।जिसकी कोई मंजिल या अंतकी परिकल्पना नहीं होती,बस आगे ही बढ़ता जाता है। ऐसी ही एक कहानी है मीरा और सिद्धकी। दो पल ये दास्तान शुरू होती है,