मीता एक लड़की के संघर्ष की कहानी - अध्याय - 15

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अध्याय-15मीता के पापा अचानक उसकी ओर भागे तब तक सुबोध गाड़ी में बैठ चुका था। सुबोध बेटा सुबोध। एक मिनट।ड्राईवर एक मिनट रूको। जी बोलिए।बेटा तुमसे कुछ बात करनी थी।आपको जो भी कहना है अदालत में आप कह सकते हैं।नहीं बेटा तुमसे व्यक्तिगत बात करनी थी।देखिए नियम के तहत कोर्ट के बाहर प्रकरण से संबंधित कोई भी बात करना ठीक नहीं है। वो मेरे कर्तव्यों के विरूद्ध है।प्रकरण से संबंधित यदि आपकेा कोई बात करनी है तो फिर आप कोर्ट में ही आईये।बेटा मीता के विषय में बात करनी है।मैं उसके विषय में कोई बात नहीं करना चाहता।आप दोनो ने