मीता एक लड़की के संघर्ष की कहानी - अध्याय - 8

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अध्याय-8मीता कुछ दिनों तक घर नहीं आ पाई और उसका ज्वानिंग लेटर भी आ गया। नजदीक के ही शहर में उसे पोस्टिंग मिली थी। वो आराम से घर से आ जा सकती थी और ज्वानिंग के तुरंत बाद ही उसे प्रशिक्षण के लिए प्रशासन अकादमी जाना था।मीता सुबोध के साथ जाकर ज्वानिंग दे आई। सुबोध मैं प्रशासन अकादमी जाने से पहले फिर से एक बार घर जाना चाहती हूँ। मीता ने कहा।बिलकुल मीता। तुमको अपने पिताजी से फिर से बात करनी चाहिए।तो फिर चलो मुझे लेकर।सुबोध उसे लेकर उसके घर छोड़ आया।जिस वक्त वो घर पहुँची उसके पापा नहीं थे वो