पूर्णता की चाहत रही अधूरी - 16

  • 5k
  • 1.4k

पूर्णता की चाहत रही अधूरी लाजपत राय गर्ग सोलहवाँ अध्याय मीनाक्षी और नीलू ने दोपहर का खाना इकट्ठे बैठकर खाया था। खाने के बाद बहादुर बर्तन उठा लेकर गया ही था कि डोरबेल बजी। खाना खाने के बाद नीलू बाथरूम में थी। इसलिये मीनाक्षी ने आवाज़ लगायी - ‘बहादुर, जाकर