नमकीन चाय एक मार्मिक प्रेम कथा - अध्याय-4

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अध्याय - 4इधर रायगढ़ के अस्पताल में रिया के दादाजी जहाँ एडमिट थे रिया पूरे मन से उनके देखभाल में लगी थी। सुबह जब डॉक्टर राऊंड पर आये तो बताया अब दादाजी का बी.पी. थोड़ा कंट्रोल में है और बुखार भी उतर गया है पर कम से कम एक दिन आब्जर्वेशन में रखना पड़ेगा। रिया की चिंता थोड़ी कम हो गई थी, वो दादाजी का खाना लेकर आई थी।रिया बेटा आओ मेरे पास बैठो। जब से तुम आई हो तुमसे बात करने का मौका ही नहीं मिला है। दादाजी बोले।जी दादाजी। रिया ने मुस्कुराते हुए कहा।तुमको ठीक से देख तो