मृगतृष्णा--भाग(१)

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घना वन, पुष्पों और लताओं से सुशोभित बड़े-बडे, हरे-भरे और सुंदर वृक्ष, प्राय: वन्य जीव ऐसे ही निर्भीकता से स्वच्छंद विचरण करते हुए दिखाई दे जाएंगे,ये स्थान है अरण्य वन___ यहां अरण्य ऋषि वास करते हैं, ऋषि के नाम पर ही इस स्थान का नाम अरण्य वन है,इस स्थान पर उनका गुरू कुल है, जहां पर अरण्य ऋषि राजकुमार और साधारण बालकों को भी अपने ज्ञान से अवगत कराते हैं, साथ-साथ युद्ध कलाओं में भी निपुण बनाते हैं। इस गुरु कुल में अनेकों ऋषि वास करते हैं,साथ में ऋषि माताये भी है, बहुत से बालक और बालिकाएं भी यहां रहते