बेस्ट फ्रेंड सुरेन्द्र कुमार अरोड़ा (4) 25. आजादी पिता के ऑफिस में आजादी के अवसर पर एक पारिवारिक मिलन का आयोजन किया गया था । पत्नी स्कूल-टीचर होने के कारण अपने स्कूल में व्यस्त थी । इसलिए पापा के साथ आयोजन में कार्तिक को जाना पड़ा ।आफिस में प्रवेश करते ही एक कोने में, जहाँ से जीना शुरू होता था, वहां की दीवार पान की पीकों से लाल हुई पड़ी थी । कार्तिक को थोड़ी सी तीखी गन्ध भी आई । उसकी नाजुक नाक में सुरसुरी होने लगी । " पापा, ये क्या है ? ये दीवार लाल क्यों है