भूत की पूजा (भाग - दो)

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दो"बेटा दो दिन बाद तुम्हारा काउंसिलिंग है,तुमने बोला था देल्ही जाना है, कब निकलोगे।" कन्हैया की माँ बोली जब वो घर लौट कर आया। "हाँ माँ, टिकट बना लिया है, कल शाम को चार बजे ट्रेन है,आप कुछ खाने का बना देना रास्ते के लिए।" कन्हैया ने माँ से बोला। "ठीक है बेटा", कन्हैया की माँ ने बोला। " आज जल्दी मंदिर से आ गए। सब ठीक है ना? "माँ ने पूछा। " हाँ माँ सब ठीक है।बस आज मन नही लगा पूजा मे। "कन्हैया बोला। " इसकी वजह क्या है?क्या तुम्हारी तबियत ठीक नही है। "माँ ने पूछा" तबियत तो ठीक है माँ, पर