एहसाास ए ज़िन्दगी... कभी ज़िन्दगी सुकून देती है , और कभी वो बेसुकून कर देती है । कभी हम जीना नहीं चाहते , कभी ज़िन्दगी हमें जिने नहीं देती । अर्जुन को ट्यूमर था ।लेकिन जीने की ज़िद्द भी थी। दिया खुद को संभाल नहीं पा रही थी । साहिल और समय इस बात से अनजान थे । अर्जुन ने दिया से कहा " मुझे ट्यूमर है ये बात मेरे बच्चो को पता नहीं चलनी चाहिए मुझसे वादा करो ।और उन्हें मुंबई की बोर्डिंग स्कूल भेज दो " दिया ने