औरतें रोती नहीं - 8

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औरतें रोती नहीं जयंती रंगनाथन Chapter 8 कंप्यूटर के स्क्रीन पर उभर आया है एक शख्स पद्मजा रेड्डी: 2000 यह मेरी जिंदगी का सबसे मुश्किल वक्त है- पद्मजा ने अपनी डायरी में अंग्रेजी में लिखा। मैं बहुत नाखुश हूं। मेरे सभी निर्णय गलत साबित हो रहे हैं। कुछ भी सही नहीं हो रहा। मैंने कभी नानागारू से यह बात नहीं कही, कहूंगी तो उन्हें दुख ही होगा। पर एक बात तो कहना चाहती हूं- मैंने बहुत दुख दिया है आपको। कभी आपकी बात नहीं मानी। आपको हमेशा बुरा कहा। आपने कोशिश की एक अच्छा पिता बनने की। मुझे सही सलाह