पागल-ए-इश्क़ (पार्ट -2)गाड़ी एयरपोर्ट परिसर मैं तेज गती से आकर रूकती हैं सभी लोग जल्दी जल्दी गाडी से उतरते हैं तभी रोहन अपनी मां से कहता हैं मम्मा आप अंदर पहुँचो मैं बाद में आता हूं और हा दीदी को गेट नम्बर 8 से बाहर लेकर आना आप.. महक सहमति से अपना सिर हिला देती हैं और मुस्कुराते हुए आगे बढ़ जाती हैं... रोहन गेट नम्बर 8 की ओर चला जाता हैं.. आज रोहन बाबा काफी खुश नज़र आ रहें हैं..? महक एक लंबी सांस भरते हुए बोलती हैं.... हां दयाल जी.. काश भाई बहन का ये प्यार इसी तरह उम्र बना रहें.. और दोनों