पागल-ए-इश्क़ - 1

  • 9.6k
  • 2.5k

दोस्तों.. नमस्कार.. ?आपके सामने एक फिर प्यार की कहानी के साथ मौजूद हूं... मेरा हमेशा से मकसद यहीं रहा हैं कि प्यार को समझें एक दूसरे की भावनाओं को समझें आप कितने खुश नसीब हैं कि आपको प्यार करने का मौका मिला... लेकिन इस दुनियां में ऐसे बहुत से लोग भी हैं जो सच्चा प्यार करते हुए भी एक दूसरे के ना हों सके.. कारण कभी समाज की बेड़िया रही तो कहीं हालात लेकिन ज़रूरी नहीं उसके पीछे हम ज़िन्दगी ही बर्बाद कर लें.. सच्चे प्रेमी कभी जीवन का अंत नहीं करते.. ये कहानी मैंने सन 2001 में फ़िल्म के