वैसे आत्म निर्भर होने की कोई उम्र नही होती पर उस बालक के लिए मुश्किल है जो घर से कभी बाहर निकला ही नही।चुन्नी सत्रह साल तक अकेले कभी घर से बाहर निकला नही था, और आज अकेले दूर करीब सात सौ मील मद्रास जा रहा है।सबसे दूर का सफर उसने घर से आधे मील दूर गुरुजी के आश्रम तक का तय किया था अभी तक, जहाँ वो रोज शाम को जाता था।अपने साथ बाबूजी को लाना चाहता था, पर गुरुजी ने साफ मना कर दिया था ये कहते हुए कि अब तुम अपना काम खुद किया करो,आखिर कब तक